उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है इंसान

उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है इंसान, 🌞
जो घायल भी उम्मीदों से है और जिंदा भी उम्मीदों पर है।, ☕️