कसूर तो था इन निगाहों का जो चुपके से उनका दीदार कर बैठी

कसूर तो था इन निगाहों का जो चुपके से उनका दीदार कर बैठी ❤️💑,
हमने तो खामोश रहने की ठानी थी पर बेवफा जुबान इज़हार कर बैठी! 😍