ख़ाली हाथ अब के गुज़रने न दी पेड़ों ने बसंत

ख़ाली हाथ अब के गुज़रने न दी पेड़ों ने बसंत, 🌿🍃
पतझड़ आई तो किसी शाख़ पे पत्ता न मिला। 🍂🌳