टूटे हुए तारों से फूटे बासंती स्वर

टूटे हुए तारों से फूटे बासंती स्वर, ✨🌌
पत्थर की छाती में उग आया नव अंकुर, 🌱🌟
झरे सब पीले पात कोयल की कुहुक, 🍂🐦
रात प्राची में अरुणिम की रेख देख पता हूँ, 🌅🎶
गीत नया गाता हूँ। 🎵🌼