ना इतराओ इतना बुलंदियों को छूकर

ना इतराओ इतना बुलंदियों को छूकर, 🦍🐺🚶‍♂️
वक्त के सिकन्दर पहले भी कई हुए हैं, 💁‍♂️
जहाँ होते थे कभी शहंशाह के महल, 💢
देखे हैं वहीं अब उनके मकबरे बने हुए हैं, 🌺