बचपन में जहां चाहा हंस लेते थेBy Team / 18 February 2024 बचपन में जहां चाहा हंस लेते थे 👫,जहां चाहा रो लेते थे 👫, पर अब 👦👫,मुस्कान को तमीज़ चाहिए 👫,और आंसूओं को तनहाई! 👦👶