मावस की काली रातों में दिल का दरवाजा खुलता है

मावस की काली रातों में दिल का दरवाजा खुलता है 📜👍,
जब दर्द की काली रातों में गम आंसू के संग घुलता है 📜,
और जब पिछवाड़े के कमरे में हम निपट अकेले होते हैं 😊📜,
जब घड़ियाँ टिक-टिक चलती हैं सब सोते हैं हम रोते हैं 🎤😊