मिले हर जख्म को मुस्कान को सीना नहीं आया 🎶😊,
अमरता चाहते थे पर ज़हर पीना नहीं आया 🎶😊,
तुम्हारी और मेरी दस्ता में फर्क इतना है मुझे 👍,
मरना नहीं आया तुम्हे जीना नहीं आया 🎶
मिले हर जख्म को मुस्कान को सीना नहीं आया 🎶😊,
अमरता चाहते थे पर ज़हर पीना नहीं आया 🎶😊,
तुम्हारी और मेरी दस्ता में फर्क इतना है मुझे 👍,
मरना नहीं आया तुम्हे जीना नहीं आया 🎶