हर बात मानी है तेरी सिर झुका कर ऐ ज़िंदगी

हर बात मानी है तेरी सिर झुका कर ऐ ज़िंदगी 📜,
हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी! 🌄