अब ख़ाक उड़ रही है यहाँ इंतज़ार की

अब ख़ाक उड़ रही है यहाँ इंतज़ार की 😞😢,
ऐ दिल ये बाम-ओ-दर किसी जान-ए-जहाँ के थे 😢