तन्हाई सी थी दुनिया की भीड़ में

तन्हाई सी थी दुनिया की भीड़ में ❤️👭,
सोचा कोई अपना नहीं तकदीर में 🤝❤️,
एक दिन जब दोस्ती की आपसे तो यूँ लगा 🤝,
कुछ ख़ास था मेरे हाथ की लकीरों में! 🤝